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Pitar Suktam Path
पितृ-सूक्तम् पाठ

पितृ-सूक्तम् शुभ फल देनेवाला चमत्कारी पाठ -उदिताम् अवर उत्परास उन्मध्यमाः पितरः सोम्यासः। असुम् यऽ ईयुर-वृका ॠतज्ञास्ते नो ऽवन्तु पितरो हवेषु॥1॥ अंगिरसो नः पितरो नवग्वा अथर्वनो भृगवः सोम्यासः। तेषां वयम् सुमतो यज्ञियानाम् अपि भद्रे सौमनसे स्याम्॥2॥

Jamboo svaamee katha
जम्बू स्वामी का जीवन परिचय कथा

माना जाता है कि श्री जम्बू स्वामी ने मथुरा में 84 वर्ष की आयु में मोक्ष (मुक्ति) प्राप्त किया था। जम्बू का उत्तराधिकारी प्रभाव (443-338 ईसा पूर्व) हुआ, जिसे उसने डाकू से परिवर्तित कर दिया था।जम्बू स्वामी चतुर्थ काल के अंतिम केवली हुए जो महावीर के गणधर सुधर्माचार्य के शिष्य थे ।

Lord Kartikeya birth Story
कार्तिकेय के जन्म की कथा

कार्तिकेय को मुरुगन नाम से भी पूजा जाता है, कार्तिकेय भगवान शिव और माँ पार्वती की प्रथम संतान हैं। इनकी पूजा मुख्यत: भारत के दक्षिणी राज्यों और विशेषकर तमिल नाडु में की जाती है।