मकर संक्रांति को भारत के साथ नेपाल में भी मनाया जाता है, पौष माह में सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसके साथ ही खरमास भी खत्म हो जाता है, जिसके साथ इस दिन से सनातन धर्म में शुभ कार्य शुरू हो जाते है।
पूर्णिमा व्रत कथा सत्यनारायण भगवान का पाठ करने से व्यक्ति को हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य फल मिलता है। इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
हिमालय की पुत्री होने के कारण इनको शैलपुत्री कहा जाता है, पूर्व जन्म में इनका नाम सती था और ये भगवान शिव की पत्नी थी। सती के पिता दक्ष प्रजापति ने भगवान शिव का अपमान कर दिया, इसी कारण सती ने अपने आपको यज्ञ अग्नि में भस्म कर लिया।