Shiv Kailasho Ke Vaasi Lyrics - शिव कैलाशों के वासी
Shankar Sankat Harna, Shiv Kailasho Ke Vaasi Lyrics
Shankar Sankat Harna, Shiv Kailasho Ke Vaasi Lyrics
शिव कैलाश के वासी, धौली धारों के राजा
शंकर संकट हरना... शंकर संकट हरना...
ओ भोले बाबा, शंकर संकट हरना...
तेरे कैलाश का अंत ना पाया,
अंत बेअंत तेरी माया,
ओ भोले बाबा
अंत बेअंत तेरी माया
शंकर संकट हरना... शंकर संकट हरना...
ओ भोले बाबा, शंकर संकट हरना...
बेल की पत्ती भसमा और धतूरा
शिवजी के मन को लुभाए
ओ भोले बाबा
शिवजी के मन को लुभाए
शंकर संकट हरना... शंकर संकट हरना...
ओ भोले बाबा, शंकर संकट हरना...
एक था डेरा तेरा, चम्बेरे चौगाड़ा
दूजा लाई दीतता भर मोरा
ओ भोले बाबा
दूजा लाई दीतता भर मोरा
शंकर संकट हरना... शंकर संकट हरना...
ओ भोले बाबा, शंकर संकट हरना...
शिव कैलाशों के वासी,
धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना... शंकर संकट हरना...
ओ भोले बाबा, शंकर संकट हरना...
शंकर संकट हरना
Maha Mrityunjaya Mantra is a sacred chant dedicated to Lord Shiva. It's believed to bestow blessings, protection, and liberation from cycle of birth and death.
Bhagwan Shiv Bhajan jisme prabhu k ant or anant se lekar shiv ji ko Mahesh bhi kahte hai